श्यानता (Viscosity) क्या है, श्यानता की परिभाषा (Viscosity In Hindi)

इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि श्यानता किसे कहते है, श्यानता की परिभाषा क्या है | श्यान बल (what is Viscosity In Hindi). इस आर्टिकल में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं, वैसे यह श्यानता (Viscosity) होता क्या है और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है। आज के इस आर्टिकल में इसी विषय को जानेगे।

श्यानता किसे कहते है (Viscosity In Hindi)

जब किसी द्रव की एक परत उसी द्रव की दूसरी परत पर फिसलती है तो उनके बीच में एक घर्षण-बल कार्य करता है जो कि परतों की सापेक्ष गति (Relative motion) का विरोध करता है । इस बल को आन्तरिक घर्षण-बल’ कहते हैं। मान लो कोई द्रव किसी दृढ़ क्षैतिज तल PQ पर बह रहा है। द्रव की वह परत जो तल के सम्पर्क में है, स्थिर रहती है। लेकिन ज्यों-ज्यों इस तल से ऊपर की ओर चलते हैं, परतों का वेग बढ़ता जाता है। सबसे ऊपरी परत सबसे अधिक वेग से बहती है। चित्र में तीरों की लम्बाइयाँ बढ़ते हुए वेग को प्रदर्शित कर रही हैं। इस प्रकार द्रव के विभिन्न परतों के बीच सापेक्ष गति होती है।
श्यानता की परिभाषा (Viscosity)-बाह्य बल की अनुपस्थिति द्रव का वह गुण जिसके कारण द्रव अपनी भिन्न-भिन्न परतों में होने वाली सापेक्ष गति का विरोध करता है ‘श्यानता कहते है (Viscosity In Hindi)’ कहलाता है। –
Viscosity In Hindi

श्यान बल किसे कहते है (Viseous Force in hindi)

श्यान बल की परिभाषा (Viseous Force)- माना कि द्रव की तीन समानान्तर परतें a, b तथा c हैं। इनमें परत a का वेग सबसे कम है, परत b का उससे अधिक a तथा c का सबसे अधिक है। परत a, परत b के वेग को कम करने का प्रयास करती है तथा परत b, परत c के वेग को कम करना चाहती है। इस प्रकार प्रत्येक परत अपने से ऊपर की परत को पीछे खींचती है। इसी प्रकार, प्रत्येक परत अपने से नीचे की परत को आगे धकेलती है। स्पष्ट है विभिन्न परतों पर आन्तरिक स्पर्शरखीय बल (Internal tangential forces) कार्य करते हैं जो कि उनकी सापेक्ष गति को नष्ट करने का प्रयास करते हैं। इन बलों को ‘श्यान-बल’ (Viscous force in hindi) कहते हैं। यदि द्रव के बहाव को गतिशील रखना हो तो श्यान बल को एक बाहरी बल लगाकर कम करना होगा। में द्रव, कुछ समय बाद रुक जायेगा।

श्यान बल F = nA(dv/dx), जहाँ n = श्यानता गुणांक, A = पृष्ठीय क्षेत्रफल, dv/dx वेग-प्रवणता है।

Viscosity In Hindi

जब तरल के दो परतों के बीच की दूरी ‘dy’ हो तथा एक परत दूसरी परत पर फिसलती हो एवं क्रमशः वेग u तथा u + du हो तो श्यानता एवं सापेक्ष वेग के कारण दोनों परतों के बीच अपरूपण प्रतिबल (Shear stress) उत्पन्न होता है। ऊपरी परत के कारण सन्निकट नीचे की परत पर अपरूपण प्रतिबल तथा नीचे की परत के कारण सन्निकट ऊपरी परत पर अपरूपण प्रतिबल (Shear stress) उत्पन्न होता है।

श्यानता पर तापमान का प्रभाव (Effect of Temperature on Viscosity)-

उच्च तापमान पर. Solution की श्यानता कम हो जाती है परिणामस्वरूप electrosmotic Flow बढ़ जाता है, हालांकि कुछ बफर्स तापमान के साथ pH के प्रति संवेदनशील माने जाते है।

श्यानता की इकाई (Units of Viscosity)-

Viscosity In Hindi

MKS पद्धति में, बल को Kgf तथा लम्बाई को मीटर (m) से प्रदर्शित किया जाता है। CGS पद्धति में  डाइन (dyne) तथा लम्बाई को सेमी. (cm) से प्रदर्शित किया जाता है तथा SI पद्धति में बल को न्यूटन (N) एवं लम्बाई को मीटर (m) से प्रदर्शित किया जाता है।
Viscosity In Hindi

 

आज आपने क्या सीखा :-

दोस्तों आज आपने सीखा कि श्यानता किसे कहते है, श्यानता की परिभाषा क्या है | श्यान बल (what is Viscosity In Hindi), श्यान बल किसे कहते है (Viseous Force in hindi), श्यानता पर तापमान का प्रभाव (Effect of Temperature on Viscosity in hindi), श्यानता की इकाई (Units of Viscosity in hindi), Effect of Temperature on Viscosity in hindi, Units of Viscosity in hindi, श्यान बल क्या है, श्यानता का मूल कारण क्या है, श्यानता का सूत्र, श्यानता किसे कहते है, श्यानता किसे कहते हैं इस पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है, श्यानता की इकाई, श्यानता की इकाई क्या है, श्यानता गुणांक का मात्रक क्या है, श्यानता गुणांक क्या है, सबसे ज्यादा श्यानता होती है, के बारे में भी आपने जाना तो अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ में इसे शेयर कर सकते हो और अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके बता सकते हो

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