Power Station Interconnected System in hindi : its Avantages and Disadvantages

दोस्तों आज इस आर्टिकल में आप जानेंगे की पावर स्टेशन इंटरकनेक्टेड सिस्टम हिंदी में: इसके फायदे और नुकसान – Power Station Interconnected System in hindi : its Avantages and Disadvantages: अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए | तो चलिए शुरू करते हैं 

किसी भी प्लांट पर लोड को दो भागों में बांटा जाता है। बेस लोड तथा शिखर (peak) लोड। यूनिट उत्पादन की लागत को कम करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि दो स्टेशनों को आपस में जोड़ा जाये, जो स्टेशन अधिक क्षमता वाला हो उसे बेस लोड आपूर्ति में कार्य पर लिया जाये तथा जो कम क्षमता वाला हो उसे शिखर (peak) लोड आपूर्ति में कार्य पर लिया जाए।

माना S1व S2 दो पावर स्टेशन, ट्रांसमिशन लाइन की सहायता से लोड को I1 व I2 लोड धारा सप्लाई कर रहे हैं। 

Power Station Interconnected System

पावर स्टेशनों के अर्न्तसंयोजन द्वारा निम्न प्रकार से लागत कम किया जा सकता है

(i) विश्वसनीयता में वृद्धि (Increase in Reliability) : अतसंयोजन ग्रिड सिस्टम को प्रयोग में लेने से पावर सप्लाई की निरन्तरता (continuity) व विश्वसनीयता बनी रहती है, क्योंकि जनरेटिंग स्टेशन के शट-डाउन या अनुरक्षण के समय दूसरे अर्न्तसंयोजित जनरेटिंग स्टेशन से आसानी से पावर सप्लाई प्राप्त की जा सकती है।

(ii) कुल स्थापित क्षमता में कमी (Reduction in Total Installed Capacity): साधारणतया सभी जनरेटिंग स्टेशनों के भार वक्र एक समान नहीं होते हैं अर्थात् जनरेटिंग स्टेशनों पर शिखर भार एक साथ नहीं आता है। अतसंयोजन से यह संभव हो जाता है कि एक प्लांट पर शिखर भार के समय दूसरे प्लांट से जिस पर भार कम हो, से पावर प्राप्त कर सकता है। इस प्रकार हम पावर स्टेशन को शिखर भार से कम क्षमता का बना सकते हैं।

(iii) विद्युत सप्लाई शुल्क की समरूपता (Equality of Electric Supply Charges) : पावर स्टेशनों के अतसंयोजन के कारण विद्युत सप्लाई शुल्क को समरूप किया जा सकता है।

(iv) भार विभाजन (Load Sharing): इस सिस्टम की सहायता से दो या दो से अधिक परस्पर संयोजित पावर स्टेशनों पर भार को इस प्रकार विभाजित किया जा सकता है कि कम रनिंग लागत वाले अधिक दक्ष (efficient) प्लांट भार की तरह व अधिक रनिंग लागत वाले कम दक्ष (Less Efficient) प्लांट को शिखर भार प्लांट की भांति प्रयोग में लिया जा सकता है। 

(v) पूंजीगत लागत (Capital Cost) : अतसंयोजन ग्रिड सिस्टम के कारण जनरेटिंग स्टेशन पर अधिक क्षमता के कम जनरेटरों को काम में लिया जा सकता है। इससे पावर सिस्टम की दक्षता में वृद्धि होती है, परिणामस्वरूप जनरेटिंग सिस्टम की पूंजीगत लागत कम हो जाती है जिससे पावर के प्रति यूनिट मूल्य में कमी आ जाती है।

(vi) आपातकालीन पावर सप्लाई (Emergency Power Supply): किसी एक पावर स्टेशन के अनुरक्षण के समय अथवा आपातकाल (emergency) के समय दूसरे पावर स्टेशन से पावर सप्लाई की निरन्तरता को बनाकर रखा जा सकता है।

परस्पर संयोजित पावर स्टेशनों के कारण उनके प्रचालन (operation) पर होने वाले व्यय में कमी आती है तथा बार-बार परिवर्तित होने वाली आवृति को नियंत्रित किया जा सकता है।

पावर स्टेशन अर्न्तसंयोजन प्रणाली के लाभ (Advantages of Power Station Interconnection System)

इस प्रणाली के लाभ  निम्नलिखित हैं

  1. शिखर भार का आदान-प्रदान (Exchange of Peak Load): यदि किसी स्टेशन पर शिखर लोड उसकी क्षमता से अधिक है तो अतिरिक्त लोड दूसरे स्टेशन को दिया जा सकता हैं।
  2. पुराने प्लांट का उपयोग (Use ofOld Plant): कम क्षमता वाले पुराने प्लांट को भी अधिक क्षमता वाले प्लांट के साथ जोड़कर उपयोग में लिया जा सकता है।
  3. आर्थिक रूप से सस्ता प्रचालन (Economically Low Price Operation): उच्च लोड फैक्टर पर उच्च क्षमता वाला प्लांट कार्य करे तथा कम क्षमता वाला केवल शिखर भार के समय में ही कार्य करें।
  4. नानत्व गुणांक में वृद्धि (Increment in Diversity Factor) : अतसंयोजन प्रणाली के द्वारा किसी प्लांट पर अधिकतम मांग, किसी प्लांट पर सभी अलग-अलग मांगों के योग की तुलना में कम होती हैं जिससे नानत्व गुणांक का मान बढ़ता है इससे प्रणाली की क्षमता बढ़ती है तथा उत्पादन में प्रति यूनिट मूल्य घटता है।
  5. रिजर्व क्षमता में कमी (Decrement in Reserve Ability): जब कई स्टेशन एक साथ परस्पर समानान्तर रूप से अतसंयोजित होते हैं तब रिजर्व क्षमता की आवश्यकता कम होती है। इससे प्लांट की सम्पूर्ण लागत कम होती है।

पावर स्टेशन अर्न्तसंयोजन प्रणाली की हानियां (Disadvantages of Power Station Interconnection System)

इस प्रणाली की निम्नलिखित हानियां है

(i)अतसंयोजित प्रणाली में दो पावर स्टेशनों के मध्य अतसंयोजन ट्रांसमिशन लाइन की संरचना का काम महंगा होता है।

(ii) अतसंयोजन के कारण जब ट्रांसमिशन लाइन में फॉल्ट आता है तो ट्रांसमिशन लाइन में बहुत ज्यादा धारा प्रवाहित होती है। अधिक धारा से बचने के लिए ट्रांसमिशन में मंहगे परिपथ वियोजकों (Circuit breaker) का प्रयोग होता है। )

(iii) सभी अतसंयोजित स्टेशनों के जनरेटर एक आवृत्ति (frequency) पर काम करते हैं।

आज आपने क्या सीखा :-

दोस्तों आज आपने सीखा कि पावर स्टेशन इंटरकनेक्टेड सिस्टम हिंदी में: इसके फायदे और नुकसान – Power Station Interconnected System in hindi : its Avantages and Disadvantages, पावर स्टेशन अतसंयोजन प्रणाली के लाभ (Advantages of Power Station Interconnection System hindi), पावर स्टेशन अन्तसंयोजन प्रणाली की हानियां (Disadvantages of Power Station Interconnection System hindi) के बारे में भी आपने जाना तो अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ में इसे शेयर कर सकते हो और अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके बता सकते हो

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