हेलो दोस्तों, इस आर्टिकल में आपको बताने वाला हूं कि ट्रिगरिंग क्या है, ऐज ट्रिगरिंग और लेवल ट्रिगरिंग में अन्तर (Difference between edge triggering and level triggering in hindi), ट्रिगरिंग के प्रकार (types of triggering in hindi), Types of triggering in flip-flop | तो चलिए शुरू करते हैं
ऐज ट्रिगरिंग क्या है? (Edge Triggering in hindi)
पल्स, जो कि ‘0’ से ‘1’ की ओर जाती है और वापस ‘0’ की ओर आती है पॉजीटिव पल्स कहलाती है। समान रूप से यदि पल्स ‘1’ से ‘0’ की ओर जाती है और वापस 1′ की ओर आती है तो इसे निगेटिव पल्स कहते हैं। प्रत्येक पल्स की दो ऐज (edge) होती
पॉजीटिव पल्स में जब पल्स 0 से 1 की ओर जाती है तो इसे positive edge या rising या leading edge कहते है एवं जब पल्स 1 से 0 की ओर होती है तो इसे negative edge या falling edge या trailing edge कहते हैं।
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समान रूप से, निगेटिव पल्स में इसका विपरीत (opposite) होता है। यदि हम पॉजीटिव पल्स लें, तो ऐज ट्रिगरिंग को हम दो भागों में वर्गीकृत कर सकते हैं
(i) Positive Edge Triggering
(ii) Negative Edge Triggering
जब फ्लिप-फ्लॉप अपनी अवस्था को positive edge transition पर परिवर्तित करता है (i.e जब क्लास पल्स केवल ‘0’ से ‘1’ की ओर होती है) तो इसे पॉजीटिव ऐज ट्रिगरिंग कहते है। समान रूप से यदि फ्लिप-फ्लॉप transition clock की निगेटिव ऐज पर respond करता है तो इसे निगेटिव ऐज टिगरिंग कहते है।
Edge triggering, capacitive coupling से की जाती है जिसका RC differentiator परिपथ नीचे दर्शाया गया है
ये परिपथ इनपुट सिग्नल के परिवर्तित होने पर एक spike उत्पन्न करता है इसलिए इस परिपथ को फ्लिप-फ्लॉप के क्लॉक इनपुट के मध्य लगा देते हैं इस परिपथ में RC time constant, pulse width से काफी छोटा होता है जिससे capacitor केवल पल्स के ‘high’ होने पर ही पूर्ण आवेशित होता है।
लेवल ट्रिगरिंग क्या है?(LEVEL Triggering in hindi)
लेवल ट्रिगरिंग में धनात्मक तथा ऋणात्मक दो स्थिर लेवलों का प्रयोग किया जाता है। किसी भी Pulse Triggered डिवाइस के कार्य करने के लिए उपयुक्त लेवल का होना जरूरी है। जब डिजिटल डिवाइस धनात्मक लेवल पर Triggered हो तो इसे धनात्मक लेवल ट्रिगरिंग कहते हैं तथा जब डिजिटल डिवाइस ऋणात्मक लेवल पर ट्रिगर हो तो इसे ऋणात्मक लेवल ट्रिगरिंग कहते हैं।
उदाहरण-माना लॉजिक बिट ‘1’ को +2Volts तथा लॉजिक ‘O’ बिट को -2Volts से दर्शाते हैं तब
उदाहरण-SR flip-flops में सामान्यतः लेवल ट्रिगरिंग का प्रयोग किया जाता है।
इसका मुख्य दोष यह है कि जब clock pulse धनात्मक या ऋणात्मक होती है, तक flip-flop अपनी state एक से अधिक बार, इनपुट में परिवर्तन के साथ बदलता रहता है।
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अब आप जान गए होंगे कि ट्रिगरिंग क्या है?, ऐज ट्रिगरिंग और लेवल ट्रिगरिंग में अन्तर (Difference between edge triggering and level triggering in hindi), ट्रिगरिंग के प्रकार (types of triggering in hindi),Level triggered flip flop, Edge triggered flip-flop, Types of triggering in flip-flop, लेवल ट्रिगरिंग क्या है?(LEVEL Triggering in hindi), ऐज ट्रिगरिंग क्या है? (Edge Triggering in hindi) | इस विषय में आपको अच्छी तरह से जानकारी मिली हो गई होगी|