सीरीज और पैरेलल सर्किट में क्या अन्तर है? | difference between series and parallel circuit in hindi

No.सीरीज सर्किटपैरेलल सर्किट
1.इस सर्किट में करंट बहने का केवल एक ही  रास्ता होता है।इसमें करंट बहने के एक से अधिक रास्ते होते हैं।
2.

 कुल रैजिस्टेंस प्रत्येक रैजिस्टेंस के जोड़ के बराबर होती है

अर्थात R = R1 + R2 + R3 + …..

कुल रैजिस्टेंस का विलोमानुपाती प्रत्येक रैजिस्टेंस के विलोमानुपाती योग के बराबर होता है। 

अर्थात 1/R = 1/R1 + 1/R2 + 1/R3 + …..

3.सभी रैजिस्टैंसों में बहने वाली करंट मेन करंट के बराबर होती है।प्रत्येक रैजिस्टैंस में बहने वाली करंट भिन्न-भिन्न होती है (अगर रैजिस्टेंस बराबर न हो)। अधिक रैजिस्टेंस होने पर उसमें से कम करंट बहती है। 
4.एक सीरीज में सर्किट में वोल्टेज ड्रॉप रैजिस्टेंस के मान के अनुसार होती है। अधिक रैजिस्टैंस होने पर अधिक वोल्टेज ड्राप होगी।प्रत्येक रैजिस्टेंस में वोल्टेज ड्रॉप मेन वोल्टेज के समान होती है। 
5.

सर्किट को दी जाने वाली वोल्टेज प्रत्येक रैजिस्टैंस के वोल्टेज ड्रॉप के योग के बराबर होती है।

अर्थात  V= v1 +v2 + v3+…

सर्किट की कुल करंट, पैरेलल में जुड़े भिन्न-भिन्न रैजिस्टैंसों में बहने वाली सभी करंटों के योग के बराबर होती है।

अर्थात  I = i1 + i2+ i3+  …

6.सीरीज सर्किट में कुल रैजिस्टेंस सर्किट के अधिकतम रैजिस्टेंस के मान से अधिक होती है। पैरेलल सर्किट में कुल रैजिस्टेंस सर्किट में सबसे छोटी रैजिस्टेंस के मान से कम होती है।

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