दोस्तों आज इस आर्टिकल में आप जानेंगे फीडर, वितरक और सर्विस मेन में अंतर- Difference between feeder, distributor and service main in hindi : अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए | तो चलिए शुरू करते हैं
फीडर (Feeder)
फीडर वह चालक है जो सब स्टेशन को उन क्षेत्रों से जोड़ता है जहां शक्ति का वितरण होता है। अर्थात् वैद्युत शक्ति को जनरेटिंग स्टेशन या उप-स्टेशन से वितरक तक पहुंचाने में फीडर की भूमिका होती है। सामान्यतया फीडर में कोई टेपिंग नहीं की जा सकती है जिससे कि इसकी संपूर्ण लम्बाई में वैद्युत धारा का मान एक समान रहता है। फीडर की डिजाइन में उच्च धारा वहन क्षमता महत्त्वपूर्ण आधार होता है।
वितरक (Distributor)
वितरक वह चालक है जिसकी सहायता से वैद्युत शक्ति को सर्विस मेन चालक तक पहुंचाया जाता है। इसे नीचे चित्र में AB, BC,CD AD से दर्शाया गया है। किसी वितरक में धारा नियत नहीं होती है क्योंकि इसमें विभिन्न स्थानों पर टेपिंग होती है तथा विभव पात, उपभोक्ता द्वारा लिए गए वैद्युत लोड पर निर्भर करता है। किसी वितरक के निर्माण में इसकी लम्बाई के सापेक्ष विभवपात महत्त्वपूर्ण आधार होता है। अतः विभव परिवर्तन की अधिकतम सीमा उपभोक्ता टर्मिनल पर निश्चित मान की 46% होती है।
सर्विस मेन (Service Main)
सर्विस मेन मुख्यतया एक चालक तार केबल होती है जो वितरक से उपभोक्ता टर्मिनल को जोड़ती है। हमारे घरों में खम्भे से मीटर तक आने वाली केबल सर्विस मेन ही है।
चित्र में एक वितरण तंत्र का आरेख दर्शाया गया है जिसकी सहायता से फीडर, वितरक व सर्विस मेन को व्यक्त किया जा सकता है।
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आज आपने क्या सीखा :-
दोस्तों आज आपने सीखा कि फीडर, वितरक और सर्विस मेन में अंतर– Difference between feeder, distributor and service main in hindi, what is feeder, what is service main, what is distributor, के बारे में भी आपने जाना तो अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ में इसे शेयर कर सकते हो और अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके बता सकते हो