बैटरियों को चार्ज तथा डिस्चार्ज करने की विधीयाँ | Charging and Discharging of Batteries in hindi

दोस्तों आज  इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि बैटरियों को चार्ज तथा डिस्चार्ज करने की विधीयाँ ,Charging and Discharging of Batteries in hindi, बैटरी चार्ज करते समय पूर्व विधान के बारे में. इस आर्टिकल में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |

बैटरियों को चार्ज तथा डिस्चार्ज करने की विधीयाँ | Charging and Discharging of Batteries in hindi

बैटरियों को चार्ज करने के लिए आवश्यक धारा केवल डी.सी. ही होती है। यदि विद्युत सप्लाई ए. सी. है तो ए.सी. सप्लाई में मोटर के साथ अपचायी ट्रांसफॉर्मर (Step Down Transformer) का प्रयोग करके दिष्टकारी (Rectifier) या मोटर जनित्र सैट प्रयोग किया जा सकता है। बैटरी को चार्ज करने के लिए नीचे लिखे मैथड प्रयोग किये जाते हैं-

     
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1. कॉन्सटैन्ट करन्ट मैथड | constant current method

इस मैथड में चार्जिंग करन्ट कॉन्सटैंट रखा जाता है परन्तु सैल्स की इंकरीज़ बैक ई. एम. एफ को ओवर कम करने के लिए सप्लाई वोल्टेज को चेंज किया जाता है अर्थात् सैल में पोज़िटिव प्लेट की संख्या के बराबर करन्ट बैटरी के थ्रू भेजा जाता है जब तक यह पूरी तरह चार्ज न हो जाए। चार्जिंग करन्ट को सर्किट में कनेक्ट किए गए रिहोस्टेट के द्वारा कंट्रोल किया जाता है। चार्जिंग करन्ट की वैल्यु को इस प्रकार चुना जाता है कि चार्जिंग की फाइनल स्टेज़ पर अधिक गैसिंग न और सैल का टैम्प्रेचर 110° F से अधिक न हो ।

चार्जिंग का यह मैथड आमतौर पर प्रयोग नहीं होता क्योंकि शुरू-शुरू में फुली डिस्चार्जड बैटरी के लिए हाईरेट ऑफ चार्जिंग की आवश्यकता पड़ती है जैसे-जैसे बैटरी फुल चार्ज की अवस्था तक पहुंचती है। यह मैथड दूसरे चार्जिंग मैथड की तुलना में अधिक समय लेता है ।

2. कॉन्सटैन्ट पोटेन्शियल मैथड | constant potential method

इस मैथड में चार्जिंग पीरियड के सारे समय में चार्जिंग वोल्टेज कॉन्सटैंट रखी जाती है। शुरू-शुरू में जब बैटरी डिस्चार्ज कंडीशन में होती है तो चार्जिंग करन्ट हाई रखा जाता है और धीरे-धीरे ड्रॉप्स ऑफ हो जाता है, जैसे ही बैटरी चार्ज को पिक अप करती है और बैक ई. एम. एफ. बढ़ जाती है।

3. ट्रिकल चार्जिग मैथड़ | trickle charging method

जब हम बैटरी को कम रेटिंग के विभव पर चार्ज करते हैं तो हम उस बैटरी को फुली चार्जड कड़ीशन में रख सकते हैं और तब हम इस प्रकार की चार्जिंग को ट्रिकल चार्जिंग कहते हैं। इस प्रकार की चार्जिंग के द्वारा हम हमेशा बैट्री को फ्रेश रखते हैं और जरूरत के समय एनर्जी को सप्लाई कर सकते हैं ।

नोट : अगर हम किसी बैट्री को बल्ब के प्रतिरोधक या फिर परिवर्तित प्रतिरोधक के द्वारा चार्ज करें (Charging Batteries through Bulb Resistance or Variable Resistance) अगर हम किसी बैटरी को बल्ब के प्रतिरोधक द्वारा चार्ज करना चाहते है, तो हमें उसे 220V डी.सी. सप्लाई से चार्ज करना पड़ता है, जिस कारण कार्बन तंतु लैम्पों के बने हुए प्रतिरोधक को लगाते हैं, जो कि उसके साथ सामानन्तर क्रम में जुड़ने के बाद हम उसे बैटरी के साथ श्रेणी क्रम में जोड़ देते हैं और फिर उसे प्रयोग करते हैं तब हम लैम्प प्रतिरोधक के स्थान पर परिवर्तित प्रतिरोधक का प्रयोग करते हैं। जिस चार्जिंग धारा को प्रयोग करते हैं वे प्रायः 5 से 8 ऐम्पियर होती है परन्तु शुरू का चार्जिग समय कम होता है। और फिर प्रारम्भिक चार्जिंग के लिए 2-3 एम्पीयर धारा प्रयोग करते हैं ।

बैटरी चार्ज करते समय पूर्व विधान (Precautions of Battery Charging)

जब भी हमें बैटरी को चार्ज करना हो तो उसे चार्ज करने से पूर्व हमे कुछ विधान लेने पड़ते हैं। वे निम्नलिखित प्रकार

(a) विद्युत सप्लाई के टर्मिनल- (धनात्मक व ऋणात्मक) को बैटरी के समान टर्मिनल (धनात्मक व ऋणात्मक) से जोडना चाहिए। जैसे : सप्लाई का धनात्मक बैटरी के धनात्मक से और सप्लाई का ऋणात्मक बैटरी के ऋणात्मक से जोड़ना चाहिए। 

(b) प्लेट को अच्छी तरह से विद्युत अपघट्य द्वारा ढकना चाहिए।

(c) जब की हम बैटरी को चार्ज करें तो उसके निकास प्लग कवर को हटा देना चाहिए।

(d) कमरा पूरी तरह से संवाहित (ventilated) होना चाहिए ।

(e) बैटरी को बहुत लम्बे समय तक बेकार नहीं रखना चाहिए ।

(f) बैटरी के टर्मिनल को अच्छी तरह साफ कर-कर उसमें ग्रीस लगा देनी चाहिए।

(g) जब की बैटरी को चार्ज या डिस्चार्ज करना हो तो अधिक दर पर नहीं करना चाहिए।

(h) हमें किसी भी संचालक सैल (बैटरी) के पास जलती हुई ज्वाला नहीं लानी चाहिये ।

(i) जब बैटरी खरीदते हैं, तो हमें उसे कुछ निर्देश दिये जाते हैं, जो कि निर्माता द्वारा दिये गये होते हैं। हमें उन निर्देशों का चाहिए।


आज आपने क्या सीखा :-

अब आप जान गए होंगे कि बैटरियों को चार्ज तथा डिस्चार्ज करने की विधीयाँ ,Charging and Discharging of Batteries in hindi, बैटरी चार्ज करते समय पूर्व विधान , Precautions of Battery Charging in hindi. इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|

उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो

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