π पाई फिल्टर क्या होता है? (pi filter in hindi)

हेलो दोस्तों, आज इस आर्टिकल में आप π/पाई फिल्टर क्या होता है? (pi filter in hindi), पाई फिल्टर किसे कहते हैं, के बारे में जानेंगे इस विषय में आपको बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी मिलने वाली है| तो चलिए शुरू करते हैं

π पाई फिल्टर क्या होता है? (pi filter in hindi)

जब चोक इनपुट LC फिल्टर में एक अतिरिक्त संधारित्र और प्रयोग करते हैं तो अधिक स्थिर डी. सी. वोल्टेज प्राप्त होती है। इस प्रकार के फिल्टर को π -फिल्टर कहते हैं (pi filter in hindi) क्योंकि इसकी आवृत्ति ‘π’ के समान होती है।

     
                    WhatsApp Group                             Join Now            
   
                    Telegram Group                             Join Now            

इसमें रेक्टीफायर का आउटपुट C1 को फीड किया जाता है। अतः इसे capacitor input fiter भी कहते हैं और हाफ वेव के साथ प्रयोग किया जाता है। Half wave rectifier के लिए C1 तथा C2 का मान 32uF होता है तथा L का मान 30 हेनरी होता है। Halfwave rectifier में ripple frequency 50 Hz होती है। अत: inductive reactance,xL=1000 तथा capacitive reactance,xc = 9492Ω होता है L तथा C2 के reactances, ए.सी. वोल्टेज विभाजक की भांति कार्य करते हैं, इससे ripple voltage अपने वास्तविक मान से 100/9492 गुणा कम हो जाती है।

what is pie filter

पूर्ण तंरग दिष्टकारी में रिपल आवृत्ति 100 Hz होती है। अतः अर्द्ध तरंग दिष्टकारी के लिए डिजाइन किया गया T-फिल्टर पूर्ण तंरग दिष्टकारी के आउटपुट से ripple को उच्च दक्षता के साथ कम करेगा।

दूसरे शब्दों में, ripple के दिए गए मान के लिए फिल्टर सर्किट में अपेक्षाकृत छोटे components प्रयोग कर सकते हैं इस अवस्था में C1=C2 =8uF तथा L=15 हेनरी क्योंकि इलेक्टोलाइटिक संधारित्र का मान बहत उच्च होता है, अतः कम स्थान को घेरने के उद्देश्य से दोनों ही संधारित्रों को एक ही धातु के पात्र में बनाया जाता है। धातु का पात्र स्वतः दोनों संधारित्रों के लिए common ground की भांति कार्य करता है। π-filter की मुख्य हानि यह है कि इसकी कीमत, वजन तथा साइज अधिक होते हैं। इस हानि को समाप्त करने के लिए series inductor के स्थान पर 100 से 200Ω तक का श्रेणी प्रतिरोध प्रयोग करते हैं।
तब इस फिल्टर को संधारित्र input RC filter कहते हैं परंतु इस फिल्टर में प्रतिरोध के पात्र में voltage ड्रॉप के कारण आउटपुट voltage कम हो जाती है और voltage regulation खराब हो जाता है इसके अलावा RC filter के प्रतिरोध में उत्पन्न होने वाली उष्मा को समाप्त करने के लिए पर्याप्त cooling की भी आवश्यकता होती है। परिणामस्वरूप RC filter केवल उन उपकरणों को डी.सी. पावर प्रदान करने के लिए प्रयोग किया जाता है जिसकी प्रचालन धारा बहुत कम होती है।

अब आप जान गए होंगे कि π/पाई फिल्टर क्या होता है(what is pi filter), पाई फिल्टर किसे कहते हैं (pi filter in hindi) ,इस विषय में आपको अच्छी तरह से जानकारी मिली हो गई होगी|

उम्मीद करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी| अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव हो तो मुझे कमेंट करके बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा इस आर्टिकल को आपके दोस्त के साथ में भी शेयर कर सकते हो |

 

Leave a Comment