टरबाइन का चयन | Selection of Turbine in Hindi

इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि टरबाइन का चयन, Selection of Turbine in Hindi, टरबाइनों का वर्गीकरण, Classification of Turbines in hindi,प्रतिक्रिया टरबाइन क्या है,टरबाइन क्या होता है,टरबाइन का चित्र,टरबाइन कितने प्रकार के होते हैं. इस आर्टिकल में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं

टरबाइन का चयन (Selection of Turbine in Hindi)

टरबाइन का चयन बहुत से आधार पर किया जाता है उन्ही में से एक टरबाइन का वर्गीकरण इस आर्टिकल में हम टरबाइन का वर्गीकरण के आधार पर टरबाइन का चयन करने वाले हैं|

टरबाइनों का वर्गीकरण (Classification of Turbines in hindi)

 टरबाइनों का वर्गीकरण निम्न घटकों के अनुसार किया जा सकता है

  1. द्रवीय क्रिया (Hydraulic action) 
  2. पानी के प्रवाह की दिशा (Direction of flow of water) 
  3. शाफ्ट की दिशा (Direction of shaft) 
  4. शीर्ष (Head)
  5. विशिष्ट गति (Specific speed)
  6. मूल निर्माताओं के नाम के अनुसार (According to the Original Manufacturing Name)

1. द्रवीय क्रिया (Hydraulic action)

इस वर्गीकरण के अनुसार टरबाइन्स मुख्यतः आवेग टरबाइन (Impulse turbine) व प्रतिक्रिया टरबाइन (Reaction turbine) दो वर्गों में विभाजित की जा सकती है। नॉजल से पानी का जेट वायु–मण्डलीय दाब पर मुक्त जेट की भाति निकलता है तथा नॉजल से निकलने वाला यह पानी का मुक्त जेट पहिए की परिधि पर लगी बकेट्स की कतार से टकराता है।

इस प्रणाली की सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि टरबाइन के रनर (runner) पर कार्य करने वाले पानी की दाब ऊर्जा में रनर (runner) के प्रवेश व निकास बिन्दुओं पर कोई अन्तर नहीं होता अर्थात् घातक के प्रवेश व निकास बिन्दुओं पर दाब ऊर्जा समान ही रहती है। दूसरे शब्दों में धावक को चलाने वाला पानी वायुमण्डलीय दाब पर ही रहता है।

इस श्रेणी की टरबाइनों में खोल का कोई द्रवीय कार्य नहीं है। खोल केवल पानी को इधर-उधर फैलने से रोकता है तथा पानी को बिना इधर-उधर फैले विर्सजनी कुल्या में निकाल दिया जाता है। ऐसा करने से दुर्घटना होने की सम्भावना कम हो जाती है।

2. पानी के प्रवाह की दिशा (Direction of flow of water)

पानी के प्रवाह की दिशा के अनुसार द्रविक टरबाइन निम्न प्रकार वर्गीकृत की जा सकती है

(i) स्पर्शीय प्रवाह टरबाइन।

(ii) अक्षीय प्रवाह या त्रिज्या प्रवाह टरबाइन।

(i) स्पर्शीय प्रवाह टरबाइन में पानी टरबाइन के लट्ठ या रनर (runner) पर पहिए की स्पर्शीय दिशा में टकराता है। वेल्टन टरबाइन स्पर्शीय प्रवाह टरबाइन है। इस टरबाइन का विस्तृत वर्णन अगले अध्याय में किया गया है।

(ii) अक्षीय प्रवाह या त्रिज्या प्रवाह टरबाइन में पानी पहिए की परिधि से लढे अथवा बर्हिमुख प्रवाह किस्म की हो जाती है। अन्तर्मुख त्रिज्या प्रवाह टरबाइन में पानी पहिए की परिधि से लढे या रनर में प्रवेश कर अन्दर की ओर त्रिज्या दिशा में प्रवाह करता है ।

टरबाइन मिश्रित प्रवाह की भी हो सकती है। इस क्षेत्र की टरबाइनों में पानी रनर में त्रिज्या में दिशा में प्रवेश कर अक्षीय दिशा में निकल जाता है। आधुनिक फ्रांसिस टरबाइन इस श्रेणी में आती है।

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3. शाफ्ट की दिशा (Direction of shaft)

टरबाइन में शाफ्ट के विन्यास के अनुसार टरबाइन ऊर्ध्वाधर शाफ्ट टरबाइन अथवा क्षैतिज शाफ्ट टरबाइन की श्रेणी में वर्गीकृत की जा सकती है। ऊर्ध्वाधर शाफ्ट टरबाइन में शाफ्ट ऊर्ध्वाधर तथा रनर क्षैतिज होता है तथा क्षैतिज शाफ्ट टरबाइन में शाफ्ट क्षैतिज तथा रनर ऊर्ध्वाधर होता है।

4. शीर्ष (Head)

टरबाइन जिस शीर्ष पर कार्य करती है उसके अनुसार भी उनका वर्गीकरण किया जा सकता है। यदि पानी का शीर्ष 150 m से 2000 m या इससे m अधिक हो तो टरबाइन अधिक शीर्ष वाली टरबाइन कहलाती है। 30 m से 150 m शीर्ष पर कार्य करने वाली टरबाइन मध्यम शीर्ष टरबाइन व 30 m से कम शीर्ष पर कार्य करने वाली टरबाइन कम शीर्ष वाली टरबाइन में पानी की कम मात्रा की आवश्यकता होती है। जबकी कम शीर्ष वाली टरबाइन में पानी की कम मात्रा की आवश्यकता होती है। पेल्टन टरबाइन अधिक शीर्ष, फ्रांसिस टरबाइन मध्यम शीर्ष तथा कैप्लन टरबाइन कम शीर्ष वाली टरबाइन है। 

5. विशिष्ट गति (Specific speed)

किसी दी हुई टरबाइन के अनुसार यह गति जिस पर यह टरबाइन शीर्ष पर इकाई पावर जनित कर सके विशिष्ट गति कहलाती है। विशिष्ट गति के अनुसार टरबाइन निम्न प्रकार वर्गीकृत की जा सकती है

6. मूल निर्माताओं के नाम के अनुसार (According to the Original Manufacturing Name)

इस प्रणाली में निर्माताओं के नाम के अनुसार टरबाइन का नाम रख दिया गया है। जैसे अमरीका निवासी लेस्टर अनेल वेल्टव (1829-1904) के नाम पर वेल्टव टरबाइन जॉनवेल (Jonval) टरगो (Turgo) गिरार्ड (Girard), ) इंग्लैण्ड निवासी जैम्स विशेव फ्रांसिस (1815-1892) के नाम पर फ्रांसिस टरबाइंस, जर्मन निवासी डॉ. विक्टर कैप्लन (1870-1934) के नाम पर कैप्लन टरबाइन, थॉमसन टरबाइन (Thomson turbine) आदि।

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आज आपने क्या सीखा :-

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