फ्यूज पदार्थों का चयन- Selection of Fuse Materials in Hindi

नमस्कार पाठको, क्या आप फ्यूज पदार्थों का चयन- Selection of Fuse Materials in Hindi, सही फ्यूज के चयन के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता? ,पर पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं? यदि हां तो तो इस लेख में आपको फ्यूज का चयन से संबंधित पूरी जानकारी जानने को मिलेगी।

सही फ्यूज के चयन के लिए निम्न बातों का ध्यान रखा जाता 

     
                    WhatsApp Group                             Join Now            
   
                    Telegram Group                             Join Now            
  1. वोल्टता दर निर्धारण
  2. धारा दर निर्धारण
  3. सामान्य प्रचलन धारा
  4. व्यापक तापमान
  5. अतिभार परिस्थितियां एवं खुलने का समय
  6. धारा वहन की क्षमता
  7. गलनांक
  8. भौतिक आकार

फ्यूज पदार्थों का चयन (Selection of Fuse Materials) 

अत्यधिक धारा प्रवाह के समय फ्यूज प्रदोषी परिपथ को मुख्य परिपथ से अलग कर परिपथ को जलने से बचाते हैं। अतः सही फ्यूज पदार्थ का चयन अत्यन्त आवश्यक है जिससे कि अलग-अलग परिस्थितियों में सही फ्यूज पदार्थ का चयन कर रक्षण प्रणाली को और सुदृढ़ बनाया जा सके। अतिधारा (over current) की अवस्था तब आती है जब परिपथ पर निर्धारित भार से अधिक धारा प्रवाहित होती है और लघुपथित प्रदोष तब होता है जब परिपथ पर कम धारा प्रवाहित होती है।

फ्यूज का चयन

1. वोल्टता दर निर्धारण (Voltage Rating)-एक फ्यूज (fuse) की वोल्टता दर अधिकतम खुला परिपथ वोल्टता से अधिक या बराबर होनी चाहिए। इसलिए फ्यूज पदार्थ का चयन वोल्टता दर के आधार पर होना चाहिए।

2. धारा दर निर्धारण (Current Rating)-फ्यूज की धारा दर निर्धारण उसकी धारा वहन की क्षमता को बताता है। प्रत्येक फ्यूज पर उसकी धारा निर्धारण नम्बर, अक्षरों या कलर कोड से चिन्हित होता है।

3. सामान्य प्रचालन धारा (Normal Operating Rating)- फ्यूज पदार्थ का चयन इस प्रकार होना चाहिए कि जिससे वह सामान्य प्रचालन धारा स्तर पर कार्य करे। सामान्य प्रचालन धारा स्तर वह स्तर होता है जिस पर धारा में परिवर्तन आता है।

4. व्यापक तापमान (Ambient Temperature)- व्यापक तापमान वह तापमान होता है जिस पर हवा का तापमान फ्यूज को घेरता है। यह सामान्यतया 25°C होता है। फ्यूज पदार्थ का चयन व्यापक तापमान को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।

5. अतिभार परिस्थिति एवं खुलने का समय (Overload Conditions and Opening Time)-फ्यूज के लिए प्रथम अतिभार बिन्दु (first overload point) निर्धारित धारा का 200-300% होना चाहिए।

6. धारा वहन की क्षमता (Current Carrying Capacity)-फ्यूज के आर्क विलोपन तथा सुरक्षा पूर्वक चलाने के लिए फ्यूज तत्व की धारा वहन करने की क्षमता लघु परिपथ धारा के बराबर या अधिक हो तथा फ्यूज की धारा वहन क्षमता I, फ्यूज अवयव के पदार्थ (material) के विशिष्ट प्रतिरोध P के विलोमानुपाती होती है। अर्थात्

Selection of Fuse Materials

7. गलनांक (Melting Integral)-एक फ्यूज का गलनांक 12t, उसकी तापीय ऊर्जा के बराबर होता है जिस पर फ्यूज पदार्थ गलता है।

8. भौतिक आकार (Physical Size)-फ्यूज पदार्थ में चयन के आधार पर उसका आकार तय होता है।

आज आपने क्या सीखा :-

दोस्तों आज आपने सीखा कि फ्यूज पदार्थों का चयन- Selection of Fuse Materials in Hindi, सही फ्यूज के चयन के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता?. के बारे में भी आपने जाना तो अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ में इसे शेयर कर सकते हो और अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके बता सकते हो

Leave a Comment