संकर्षण मोटरों के सामान्य लक्षण- General Features of Traction Motors in Hindi

हेलो दोस्तों, इस आर्टिकल में आपको बताने वाला हूं कि संकर्षण मोटरों के सामान्य लक्षण– General Features of Traction Motors in Hindi, संकर्षण मोटरों के यांत्रिक लक्षण और विधुतीय लक्षण- Mechanical Features and Electrical Features of Traction Motors in hindi| तो चलिए शुरू करते हैं

संकर्षण मोटरों के सामान्य लक्षण- General Features of Traction Motors in Hindi

सकर्षण मोटरों का चयन करते समय उसके विद्युतीय गुणों (लक्षण) तथा यांत्रिक गुणों (लक्षण) को संतोषजनक कार्य करने के लिए चुना जाता है। ये लक्षण निम्न प्रकार हैं

(a)यांत्रिक लक्षण (Mechanical Features) 

traction motor

(i) दृढ़ता (Robustness)- transportation के कार्य में प्रयोग होने वाली प्रत्येक गाड़ी में प्रति .km भार पर, ऊर्जा व्यय होती है अर्थात् ज्यों-ज्यों गाड़ी का भार बढ़ता जाता है उसके साथ-साथ ऊर्जा का व्यय भी बढ़ता जाता है। अतः संकर्षण मोटर का स्वयं का भार कम से कम होना चाहिए, किन्तु मोटर की संरचना करते समय उसे हल्का बनाने के साथ-साथ उसकी पृष्टता का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि ब्रेकिंग के समय लगने वाले आकस्मिक धक्के तथा यांत्रिक प्रतिबल (mechanical stress) को सह सके। 

(ii) निरन्तर कम्पन सहन क्षमता (Ability to Continuous Vibration)- मोटर के कार्य समय में उसमें अनेक प्रकार के कम्पन उत्पन्न होते हैं अतः मोटर इन कम्पनों को निरन्तर सहने के लिए दृढ़ एवं पुष्ट होनी चाहिए। इस प्रकार हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि संकर्षण मोटर के चुम्बकीय परिपथ को पूर्ण करने के लिए ढलवां लोहे का फ्रेम उपयुक्त नहीं रहेगा क्योंकि यह सतह कम्पनों को सहने में असमर्थ रहता है। इसलिए गढ़ित इस्पात (forged steel) के फ्रेम जो कि यांत्रिक रूप से अधिक पुष्ट एवं दृढ़ होते हैं, प्रयोग किए जाने चाहिए। अतः मोटर के वे भाग जोकि उच्च प्रतिबल सहते हैं, गढित इस्पात प्लेटों तथा हल्की मिश्र धातु के बनाए जाने चाहिए। 

(iii) न्यूनतम भार परिमाप (Minimum Weight Dimension)-संकर्षण इंजन में मोटर को रखने के लिए सीमित स्थान होता है। अतः मोटर की कुल परिमाप इंजन में उपलब्ध स्थान पर निर्भर करती है। संकर्षण मोटर की कुल परिमाप (overall dimension) न्यूनतम होनी चाहिए, विशेषकर मोटर का व्यास न्यूनतम होना चाहिए। मोटर की भौतिक परिमाप उसमें प्रयोग किए गए विद्युत रोधन पर निर्भर करती है। आजकल संकर्षण मोटर में H श्रेणी का विद्युत रोधन प्रयोग किया जाता है, जोकि न्यूनतम स्थान घेरता है। 

(iv) उच्च दक्षता (High Efficiency)-उपयोग में ली जाने वाली संकर्षण मोटर की यांत्रिक एवं विद्युतीय दक्षता उच्च होनी चाहिए। – बॉडी या खोल. (Body of Enclosure)-मोटर की बॉडी या खोल पूर्णतया बंद होनी चाहिए ताकि मोटर के अंदर धूल, गंदगी, कीचड़, मिट्टी व पानी आदि प्रवेश न कर सकें। मोटरगाड़ी के नीचे लगने के कारण यह समस्या ज्यादातर रहती है। इसलिए इसके बचाव के लिए बॉडी बनाकर लगाई जाए। 

B. विधुतीय लक्षण

विधुतीय लक्षण जानने के लिए इस आर्टिकल को पढ़िए

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आज आपने क्या सीखा :-

दोस्तों आज आपने सीखा कि संकर्षण मोटरों के सामान्य लक्षण– General Features of Traction Motors in Hindi, संकर्षण मोटरों के यांत्रिक लक्षण और विधुतीय लक्षण- Mechanical Features and Electrical Features of Traction Motors in hindi, characteristics of traction motor in hindi. के बारे में भी आपने जाना तो अगर आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ में इसे शेयर कर सकते हो और अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके बता सकते हो

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