द्विपिंजरा प्रेरण मोटर क्या है? – इसके उपयोग, भाग, अभिलाक्षणिक

हेलो दोस्तों, आज में आपको बताने वाला हूं कि द्विपिंजरा प्रेरण मोटर क्या है -Double Squirrel Cage Induction Motor in hindi :अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए

द्विपिंजरा प्रेरण मोटर क्या है – Double Squirrel Cage Induction Motor in hindi

इस तरह की मोटर के रोटर में दो पिंजरा प्ररूपी कुण्डलन की जाती है। इससे लाभ यह है कि इसमें प्रारम्भिक बलाघूर्ण का मान बढ़ जाता है। इसमें कुण्डलन पीतल एवं ताम्बे की छड़ से की जाती है। चित्र (a) में इसे दर्शाया गया है। पीतल,की छड़ों का कुण्डलन का प्रतिरोध अधिक होता है व ताम्बे की छड़ों का प्रतिरोध अधिक होता है।

What is Double Squirrel Cage Induction Motor

प्रारम्भ में चुम्बकीय फ्लक्स नीचे तक नहीं जाता तथा बाहरी की कुण्डलन में विद्युत वाहक बल उत्पन्न होता है। बाहरी कुण्डलन के अधिक प्रतिरोध के कारण प्रारम्भिक बलाघूर्ण अधिक होता है तथा मोटर लोड पर भी आसानी से चलती है। जब मोटर पूर्ण गति पकड़ लेती है तो चुम्बकीय फ्लक्स रोटर में नीचे की ओर जाता है। इस कारण से इसकी गति बढ़ती है तथा कुण्डलन का प्रतिघात घटने लगता है। रोटर की पूर्ण गति पर आवृत्ति दो चक्र रह जाती है तथा प्रतिबाधा रोटर की कुण्डलन के प्रतिरोध के बराबर हो जाती है। कम आवृत्ति पर ताम्बे के नीचे की गई कुण्डलन में धारा प्रवाह के लिए प्रयत्नशील प्रतिरोध, प्रतिघात में कमी के कारण कम होता है तथा रोटर धारा का मुख्य भाग, उच्च प्रतिरोधी बाहरी पीतल की कुण्डलन की अपेक्षा ताम्बे की कुण्डलन में होगा इसलिए ताम्बे पीतल की कुण्डलन का प्रतिरोध गति बनाए रखने के लिए पर्याप्त बलाघूर्ण उत्पन्न करने के लिए उत्तरदायी होगा।

द्विपिंजरा प्रेरण मोटर के भाग

Double Squirrel Cage Induction Motor के दो भाग होते हैं

    1.स्टेटर 2. रोटर

   1.स्टेटर- यह पिंजरी प्रकार की मोटर के समान होता है। 

   2.रोटर- यह रोटर भी सिलिकन इस्पात का पटलित खांचेदार क्रोड़ होता है परन्तु पिंजरी की भांति इसमें लघु-परिपथ ताम्र छड़ें प्रयोग नहीं की जाती बल्कि रोटर में साधारणतया त्रिकला कुण्डलन की जाती हैं और यह अनिवार्य नहीं है कि रोटर कुण्डलन को भी उतने ही फेजों के लिए कुण्डलीत किया जावे जितने के लिए स्टेटर को किया गया है क्योंकि रोटर जिस घूर्णमान चुम्बकीय क्षेत्र में परिचालित होता है वह समान है चाहे स्टेटर पर कितने ही फेज क्यों न हो परन्तु यह अनिवार्य है कि रोटर को उतने ही ध्रुवों के लिए कुण्डलित किया जाए जितने की स्टेटर पर हों। इस कुण्डलन के खुले सिरों को स्लिपरिंग से संयोजित किया जाता है।

 

द्विपिंजरा प्रेरण मोटर का बलाघूर्ण अभिलाक्षणिक

What is Double Squirrel Cage Induction Motor

द्विपिंजरा प्रेरण मोटर के उपयोग 

इसी प्रकार की मोटर औधोगिक अनुप्रयोगों में सर्वाधिक काम में ली जाती है। जहां भी गति नियंत्रण की आवश्यकता ना हो वहाँ ये मोटर प्रयुक्त जाती है। इनके कुछ महत्त्वपूर्ण औद्योगिक अनुप्रयोग निम्न हैं-

(i) बेल्ट कन्वेयर में 

(ii) कम्प्रेशर में

(ii) जल पम्पों में 

(iv) लाइन शाफ्ट में 

(v) पंखों में

आज आपने क्या सीखा :-

आज आपने जाना की द्विपिंजरा प्रेरण मोटर क्या है? – Double Squirrel Cage Induction Motor in hindi, द्विपिंजरा प्रेरण मोटर के भाग( Parts of a double cage induction motor), द्विपिंजरा प्रेरण मोटर के उपयोग (uses of double cage induction motor.

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