डिजिटल सिगनल क्या है? | डिजीटल तकनीक के लाभ

हेलो दोस्तों, इस आर्टिकल में आपको बताने वाला हूं कि डिजिटल सिगनल क्या है? (what is digital signal in hindi), डिजीटल तकनीक के लाभ (advantages of digital system/technique) | तो चलिए शुरू करते हैं

डिजिटल सिगनल क्या है? – digital signal in hindi

Digital signal वह सिग्नल है जो physical quantities को manipulate इस तरीके से करता है कि उसके समान रूप को हम अकीय रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं अर्थात् discrete value के रूप में दर्शाया जा सकता है।

Digital शब्द, digit term को refer करता है। डिजीटल कम्प्यूटर, केल्कुलेटर, वीडियो गेम, टेलीविजन आदि डिजीटल परिपथ को प्रयोग करके बनाए जाते हैं।

डिजिटल सिगनल क्या है

Digital variables में केवल discrete values ही होती हैं। Digital variables, real variable नहीं होते हैं।

डिजीटल तकनीक के लाभ

  • डिजीटल सिस्टम को डिजाइन करना आसान है (DigitalSystems are Generally Easier to Design)– डिजीटल सिस्टम को switching circuit प्रयोग करके बनाया जाता है जिसमें धारा (current) और वोल्टेज (voltage) की exact value की आवश्यकता नहीं होती है। इन switching circuits की कार्यविधि, वेल्यू की परास (range of value) पर आधारित होती है। जैसे-निम्न या उच्च (low or high)। इसलिए डिजीटल सिस्टम को एनालॉग सिस्टम की तुलना में डिजाइन करना अधिक आसान है।
  • डिजीटल सिस्टम शोर से कम प्रभावित होते हैं (Digital Systems are Less Affected by Noise)– चूंकि डिजीटल सिस्टम में धारा (current) और वोल्टेज की exact value महत्वपूर्ण नहीं होती हैइसलिए डिजीटल सिस्टम की noise (unwanted or spurious variation in voltage or current) कोई बाधापूर्ण स्थिति (critical condition) उत्पन्न नहीं करती है। इसलिए डिजीटल सिस्टम noise से ज्यादा प्रभावित नहीं होते हैं।
  • डिजीटल जानकारी को स्टोर करना आसान है (Storing Digital Information is Easy)-डिजीटल सिस्टम में जानकारी को store करने का तरीका सीधा व सरल है। फ्लिप-फ्लॉप व लैच को प्रयुक्त करके हम जानकारी को लम्बे समय तक स्टोर कर सकते हैं।
  • कम कीमत (Low Cost)-इसमें हम बहुत सारे components को एक चिप पर fabricate कर सकते हैं जिससे डिजीटल सिस्टम की कीमत बहुत कम होती है।
  • सटीकता एवं परिशुद्धता (Accuracy and Precision)-डिजीटल सिस्टम में हम कुछ और switching circuits को जोड़कर, number of digits को precisely तथा accurately, handle कर सकते हैं। जबकि analog system में हम दो या तीन digit तक ही accurately handle कर सकते हैं क्योंकि analog system में current और voltage की value component value के अनुक्रमानुपाती (proportional) होती है।
  • दक्षता (Efficiency)-डिजीटल डाटा को हम more efficiently transmit तथा manipulate कर सकते हैं।
  • प्रोग्रामेबल (Programmable)-डिजीटल परिपथ के controlling operations को हम अपनी आवश्यकतानुसार change कर सकते हैं क्योंकि ये programmable होते हैं।

अब आप जान गए होंगे कि डिजिटल सिगनल क्या है? (what is digital signal in hindi), डिजीटल तकनीक (Digital Technique) के लाभ (advantages of digital system/technique)|

उम्मीद करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी| अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव हो तो मुझे कमेंट करके बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा इस आर्टिकल को आपके दोस्त के साथ में भी शेयर कर सकते हो |

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