स्टेपर मोटर की संरचना, कार्य प्रणाली और उपयोग

हेलो दोस्तों, आज में आपको बताने वाला हूं कि स्टेपर मोटर की संरचना, स्टेपर मोटर की कार्य प्रणाली, स्टेपर मोटर के अनुप्रयोग, Structure of Stepper Motor, Operating Principle of Stepper Motor, Applications of Stepper Motor, :अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए

स्टेपर मोटर (Stepper Motor)

स्टेपर मोटर को अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे-

     
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  • स्टेपिंग मोटर
  • स्टेप मोटर

इसका नाम स्टेपर इसलिए दिया गया क्योंकि यह कन्ट्रोलर द्वारा प्राप्त इनपुट धारा की प्रतिक्रिया में एक नियत कोणीय स्टेप द्वारा रोटेट होती है। कई औद्योगिक जरूरतों में बिना बंद लूप फीडबैक के किसी ऑबजेक्ट के निश्चित स्थान को बनाये रखने की या निश्चित गति नियंत्रण की जरूरत पड़ती है। इन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु स्टेपर मोटर का उपयोग किया जाता है। स्टेपर मोटर का उपयोग कम्प्यूटर उपकरणों में ड्राईविंग बलाघूर्ण उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इस कारण इसका विकास तेजी से हो रहा है। 

 

स्टेपर मोटर की संरचना (Construction) 

स्टेपर मोटर की संरचना में दो भाग होते हैं

(i) स्टेटर भाग    (ii) रोटर भाग

स्टेपर मोटर में एक खांचेदार स्टेपर होता है जिसमें मल्टीपोल तथा मल्टीफेज वाइन्डिंग रखी जाती है। रोटर में कोई वाइन्डिंग नहीं होती है ये फैरो-चुम्बकीय पदार्थ के बने होते हैं या स्थायी चुम्बक टाईप या परिवर्ती रिलक्टेन्स टाईप का होता है। स्टेपर मोटर बाहरी ड्राइव लोजिक सर्किट की मदद से ओपरेट होती है।

ड्राइवं सर्किट के इनपुट पर लोजिक पल्सों का क्रम आरोपित किया है, तब यह स्टेटर परिपथ कुण्डलन को सही धारायें देता है जो वायु अन्तराल क्षेत्र के अक्ष को इनपुट पल्सों से समानता करता है। जिससे रोटर पल्सरेट तथा लोड बलाघूर्ण के अनुसार वायु अन्तराल, चुम्बकीय अक्ष को अनुसरण करने लगता है। इसके लिए रोटर में या तो स्थायी चुम्बक बलाघूर्ण या रिलक्टेस बलाघूर्ण उत्पन्न होता है। निम्न तीन प्रकार सर्वाधिक लोकप्रिय रोटर व्यवस्था के हैं

(i) स्थाई चुम्बक स्टेपर मोटर (Permanent Magnet Stepper Motor)

स्थायी चुम्बक स्टेपर मोटर का स्टेटर समुन्नत ध्रुव प्रकार का होता है। इस पर क्षेत्र कुण्डलन की जाती है। रोटर को समुन्नत ध्रुव प्रकार की स्थाई चुम्बक द्वारा बनाया जाता है तथा बेलनाकार भी बनाया जा सकता है। 

इसके रोटर पर अक्षीय स्थिति में चित्र (a) के अनुसार स्थाई चुम्बक स्थापित किए जाते हैं। अतः स्थाई चुम्बक से नियत दिष्टधारा उत्तेजन मिलता है। जब एक या अधिक स्टेटर कुण्डलन को ऊर्जा दी जाती है तो मशीन तुल्यकालिक मोटर की तरह व्यवहार करती है ।

स्टेटर तथा रोटर ध्रुव के मध्य आकर्षण या प्रतिकर्षण के कारण रोटर घूमता है।

स्टेपर मोटर की संरचना

(ii) हाइब्रिड स्टेपर मोटर (Hybrid Stepper Motor)

इस प्रकार की मोटर में स्थाई चुम्बक होता है। साथ ही दांत रूपी रोटर का उपयोग किया जाता है। चित्र (b) में एक द्विकलीय, 6 स्टेपर ध्रुव तथा 6 पोल वाली हाइब्रिड स्टेपर मोटर को दर्शाया गया है।

स्टेपर मोटर की संरचना

(iii) परिवती रिलक्टेन्स मोटर (Variable Reluctance Motor) 

इस प्रकार की मोटर में रोटर पर स्थाई चुम्बक नहीं होते हैं तथा रोटर लौह चुम्बकीय बहु दांत प्रकार का होता है। इसमें अक्षों के बीच में उत्पन्न चुम्बकीय रिलक्टेन्सों के बीच में अन्तर के कारण बलाघूर्ण विकसित होता है। चित्र (c) में इसकी संरचना दर्शाई गई है।

स्टेपर मोटर की संरचना

 

स्टेपर मोटर की कार्य प्रणाली (Operating Principle) 

चित्र में कई सारे सॉलिनाइड को एक वृत्त में एक लौह बार के साथ व्यवस्थित किया गया है।

इन सॉलिनाइड को एक-एक करके ऊर्जा दी जाती है। इनमें उत्पन्न चुम्बकीय वाहक बल लौह बार से प्रतिक्रिया करता है जिससे बार घूमने लगती है तथा रोटर की भांति कार्य करने लगती है। यदि सॉलिनाइडों को AHGFEDCB क्रम में ऊर्जा देते हैं तो बार वामावर्त दिशा में घूमती है तथा यदि सॉलिनाइडों को ABCDEFGH क्रम में ऊर्जा देते हैं तो बार दक्षिणावर्त दिशा में घूमती है।

स्टेपर मोटर की संरचना

स्टेपर मोटर एक पद (step) में एक कोणीय दूरी तय करती है। यह इसके परिचालन परिपथ में प्राप्त प्रत्येक पल्स के लिए एक पद कोणीय दूरी तय करती है।

उदाहरण के तौर पर माना एक स्टेपर मोटर का प्रति पल्स पद कोण 7.5° है। यदि किसी वस्तु को किसी खास स्थिति में पहुँचाने के लिए 225° का विस्थापन आवश्यक है तो स्टेपर मोटर के परिचालन परिपथ को 225/7.5=30 पल्स देनी होगी।

चूंकि स्टेपर मोटर की घूर्णी गति पूरी तरह पद पल्स की आवृत्ति पर निर्भर करती है तथा लोड पर निर्भर नहीं करती है, अतः यह मोटर एक यथार्थ खुला लूप गति नियंत्रण संयंत्र देती है।

 

स्टेपर मोटर के अनुप्रयोग

(i) कम्प्यूटर डिस्क ड्राईव के रिकॉर्डिंग हेड में। 

(ii) टाईपराइटर तथा टेलीप्रिन्टर में पेपर फीड मोटर के रूप में। 

(iii) X-Y ग्राफिकल प्लोटर्स में पेन को घुमाने में। 

(iv) NC मिलिंग मशीन, CNC लैथ मशीन तथा औद्योगिक रोबोटों में। 

(v) X-ray टेबल तथा सेटेलाईट सोलर पैनल के स्थिति निर्धारण में।

अब आप जान गए होंगे कि स्टेपर मोटर की संरचना, स्टेपर मोटर की कार्य प्रणाली, स्टेपर मोटर के अनुप्रयोग, Structure of Stepper Motor, Operating Principle of Stepper Motor, Applications of Stepper Motor.

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