अच्छे प्रकाश के लिए किन-किन कारको का ध्यान रखा जाना चाहिये?

हेलो दोस्तों, आज में आपको बताने वाला हूं कि अच्छे प्रकाश के लिए किन-किन कारको का ध्यान रखा जाना चाहिये? (factors to be considered for good lighting), एक अच्छी प्रदीपन योजना की आवश्यकता (Need a good illumination plan) :अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए | तो चलिए शुरू करते हैं

एक अच्छी प्रदीपन योजना की आवश्यकता

हमारे घरों में प्रदीपन का ध्यान रखना आज के समय पर एक महत्वपूर्ण विषय है प्रदीपन योजनाएं बनाते समय यदि इसका सही उपयोग किया जाए तो विद्युत ऊर्जा की काफी हद तक बचत की जा सकती है तथा साथ ही विशेष स्थान पर कितनी प्रदीपन की आवश्यकता है यह ज्ञात करके वहां पर वहां पर उतनी ही प्रकाश लाइटिंग लगाई जाती है यह करने से सम्पूर्ण जगह पर अच्छी तरह से प्रकाश दिखाई देता है.

     
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अच्छे प्रकाश के लिए निम्न कारक उत्तरदायी होते हैं जिनका विस्तार से वर्णन नीचे किया गया है।

  1. प्रदीपन का स्तर (Level of Illumination) 
  2. प्रकाश का समान वितरण (Uniform distribution of light) 
  3. प्रकाश का रंग (Color of light) 
  4. चौंध (Glare)
  5. प्रतिबिम्ब (Shadow)
  6. स्थान-ऊंचाई अनुपात (Space-height ratio
  7. दीवार व छत का रंग (Color of walls and ceiling of the room)

 

  1.  प्रदीपन का स्तर (Level of Illumination)-किसी वस्तु को पूर्ण रूप से देखने के लिए प्रदीपन का वांछित स्तर मूलभूत आवश्यकता है।निम्नलिखित व्यंजक से सामान्य प्रदीपन के स्तर की गणना की जा सकती है।

अच्छे प्रकाश के लिए निम्न कारक

       2.प्रकाश का समान वितरण (Uniform Distribution of Light)-प्रकाशित सतह पर प्रकाश समरूपता से विपरीत होना चाहिए ताकि वह पूर्ण रूप से प्रदीप्त हो सके और आंखे उसे सुविधाजनक व दक्षता से देख सकें।

      3.प्रकाश का रंग (Color of Light)-किसी वस्तु का रंग उस पर पड़ने वाले प्रकाश के रंग पर ही काफी हद तक निर्भर करता है। इसलिए किसी वस्तु का स्वभाविक रंग बनाए रखने के लिए प्रकाश का रंग प्राकृतिक प्रकाश या day light जैसा प्रदान करना अनिवार्य है।

    4.चौंध (Glare)-प्रत्यक्ष चौंध (Glare), प्रकाश स्त्रोत से सीधे ही तीव्र प्रकाश आंखों पर पड़ने के कारण होती है और परावर्तित चौंध प्रकाश के किसी चमकीली परावर्तित होकर आंखों पर पड़ने से होती है ।चौंध (Glare) आंखों के लिए बहुत कष्टदायक एवं हानिकारक होती है। इसलिए आंखों को इससे बचाना अनिवार्य है।

   5.प्रतिबिम्ब (Shadow)-प्रकाश स्त्रोत के सम्मुख कोई रूकावट आने से प्रतिबिम्ब उत्पन्न होता है। यदि अकेले स्त्रोत को रूकावट पूर्ण रूप से ढक रही है तो पूर्ण प्रतिबिम्ब प्राप्त होती है। संकेन्द्रित प्रकाश स्त्रोत घनी व कठोर प्रतिबिम्ब उत्पन्न करते हैं परंतु बड़े आकार का प्रकाश स्त्रोत हल्की एवं कोमल प्रतिबिम्ब उत्पन्न करता है। कोमल (soft) एवं हल्की प्रतिबिम्ब सतह होती हैं। 

    6.स्थान-ऊंचाई अनुपात (Space-Height Ratio)-यह good lighting का महत्वपूर्ण गुणक है और प्रकाश का समान वितरण इस गुणक पर निर्भर करता है।यह अनुपात प्रकाश स्त्रोतों के प्रकार एवं फिटिंग के प्रकार पर काफी हद तक निर्भर करता है, परंतु फिटिंग की फर्श से न्यूनतम ऊंचाई रखना भी अनिवार्य है क्योंकि कम ऊंचाई होने पर fitting अड़चन उत्पन्न कर सकती है।

   7.कक्ष के भित्ती व छत का रंग (Color of Wall and Ceiling of the Room)-प्रकाश का परावर्तन दीवार और कमरे की छत के रंग पर निर्भर करता है। हल्के रंग, प्रकाश की कम मात्रा अवशोषित करते हैं और सफेद रंग, प्रकाश को सबसे कम अवशोषित करता है।

अब आप जान गए होंगे कि अच्छे प्रकाश के लिए किन-किन कारको का ध्यान रखा जाना चाहिये? (factors to be considered for good lighting), एक अच्छी प्रदीपन योजना की आवश्यकता (Need a good illumination plan) |

 

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