हेलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपको बताने वाला हूं कि इलेक्ट्रॉनिक टाइमर क्या है? इसके सिद्धान्त एवं कार्यप्रणाली- What is electronic timer, टाइमर का सिद्धान्त एवं कार्यप्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक टाइमर का किस आधार पर वर्गीकृत किया जाता है? :अगर आप भी है जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ते रहिए | तो चलिए शुरू करते हैं
टाइमर का सिद्धान्त एवं कार्यप्रणाली
टाइमर के सिद्धान्त व कार्यप्रणाली को समझने के लिए यहां हम एक इलेक्ट्रॉनिक टाइमर लेते हैं। इलेक्ट्रॉनिक टाइमर में RC समय नियतांक द्वारा टाइमर के समय का निर्धारण होता है। चित्र में एक इलेक्ट्रॉनिक टाइमर परिपथं दर्शाया गया है।
चित्र में एक साधारण इलेक्ट्रॉनिक टाइमर परिपथ SCR प्रयुक्त कर दर्शाया गया है। SCR के तीन टर्मिनल एनोड, कैथोड तथा गेट हैं। जब सिग्नल इसके गेट व कैथोड सिरों के मध्य आरोपित होता है तो यह चालन करता है। चालन शुरू होने के पश्चात् गेट सिरे से सिग्नल हटा भी लिया जाए तो भी यह चालन करता है। इसके चालन हेतु एनोड पर धनाग्र तथा । कैथोड पर ऋणाग्र सप्लाई आवश्यक होती है।
चित्र में ट्रांसफॉर्मर तथा डायोड D, एवं D. इलेक्ट्रॉनिक परिपथ को 12V सप्लाई प्रदान करते हैं।
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जब स्विच बन्द होता है तो 12V दिष्ट धारा टाइमर परिपथ को उपलब्ध होती है। यहां प्रतिरोध R तथा संधारित्र C,RC चार्जिंग परिपथ का निर्माण करते हैं। SCR का गेट चित्रानुसार संधारित्र से जुड़ा होता है। स्विच के बन्द होने पर संधारित्र आवेशित होने लगता है। जैसे ही संधारित्र का विभव SCR की ट्रिगरिंग हेतु पर्याप्त होता है, SCR चालन शुरू कर देता है। यहां प्रतिरोध R, गेट धारा को एक सीमा में रखता है। SCR के चालन शुरू होते ही रिले कॉइल इसके कॉन्टेक्ट सिरों को बन्द कर देती है। परिवर्ती प्रतिरोध R, के मान में परिवर्तन करके यहां समय नियतांक को परिवर्तित किया जाता है।
किसी इलेक्ट्रॉनिक टाइमर की समय परास को R, तथा C के मान के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक टाइमर (Electronic Timer)
इस प्रकार के टाइमर में इलेक्ट्रॉनिक परिपथ तथा युक्तियों द्वारा समय निर्धारण होता है।
समय के बहुत अच्छे या परम मापन के लिए electronic timer का प्रयोग किया जाता है। अतः अन्य कालक की अपेक्षा electronic timer का प्रयोग ज्यादा किया जाता है।
Electronic timer निम्न प्रकार के होते हैं
- R-C controlled timer
- Transistor timer
- SCR timer
- IC controlled timer
इलेक्ट्रॉनिक टाइमर की कार्यप्रणाली तथा सिद्धान्त का वर्णन पहले ही किया जा चुका है। यहां सिर्फ इसके प्रकार दिए जा रहे हैं।
इलेक्ट्रॉनिक टाइमर उनमें प्रयुक्त अवयवों, तंत्र तथा विभव स्त्रोत के आधार पर वर्गीकृत किए जाते हैं।
(i) अवयवों के आधार पर इलेक्ट्रॉनिक टाइमर- टाइमर में प्रयुक्त अवयवों के आधार पर टाइमर निम्न प्रकार के होते हैं
- ट्रांजिस्टर टाइमर
- ट्रायोड टाइमर
- SCR टाइमर.
- UJT टाइमर
- IC टाइमर
(ii) तन्त्र के आधार पर इलेक्ट्रॉनिक टाइमर- टाइमर प्रयुक्त परिपथ में तथा अवयवों की प्रवृति या तन्त्र की संरचना के आधार पर टाइमर निम्न प्रकार के होते हैं-
- एनालॉग टाइमर
- डिजिटल टाइमर
(iii) विभव स्त्रोत के आधार पर इलेक्ट्रॉनिक टाइमर-टाइमर किस प्रकार के विभव स्त्रोत पर कार्य कर रहा है, के आधार पर टाइमर निम्न प्रकार के हैं
- D.C.टाइमर
- A.C.टाइमर
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अब आप जान गए होंगे कि इलेक्ट्रॉनिक टाइमर क्या है? इसके सिद्धान्त एवं कार्यप्रणाली- What is electronic timer, टाइमर का सिद्धान्त एवं कार्यप्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक टाइमर का किस आधार पर वर्गीकृत किया जाता है |